Delhi Monsoon 2022 मौसम विज्ञानियों की मानें तो दिल्ली और एनसीआर में इस बार मानसून के भी अपने तय समय पर दिल्ली पहुंचने की संभावना है। यानी मानसून दिल्ली-एनसीआर में जून के अंतिम सप्ताह में ही दस्तक देगा।
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क। Delhi Monsoon 2022: पाकिस्तान और अफानिस्तान के बार्डर पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता की वजह से दिल्ली-एनसीआर में जल्द मौसम का मिजाज बदलने वाला है।
अगले एक पखवाड़े के भीतर संभावित मानसून की बारिश के मद्देनजर छतरी निकाल लीजिए और बरसाती खरीद लीजिए, क्योंकि प्री मानसून के बाद मानसून की बारिश शुरू होने में एक पखवाड़े का ही वक्त बचा है।
जून के अंतिम सप्ताह में मानसून के दिल्ली में पहुंचने के आसार
मौसम विज्ञानियों की मानें तो देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर के शहरों में इस बार मानसून के भी अपने तय समय पर दिल्ली पहुंचने की संभावना है। अनुमान है कि जून के अंतिम सप्ताह में ही मानसून की बूंदें दिल्ली को सराबोर करेंगी। दक्षिण पश्चिम मानसून की करीब दस दिन पहले तेज गति से हो रही प्रगति के चलते ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि अगर यही रफ्तार बनी रही तो राजधानी में भी मानसून अपने तय समय से पहले आ सकता है।
बताया जा रहा है कि अब मानसून की गति सामान्य हो गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) के मुताबिक, अगले दो दिनों में मानसून गोवा और महाराष्ट्र, कर्नाटक आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में छा जाएगा। मानसून के आगे बढ़ने की स्थिति अनुकूल और सामान्य है। दिल्ली में मानसून पहुंचने की आधिकारिक तिथि 27 जून है, इसलिए मानसून की सामान्य गति को देखते हुए यह माना जा रहा है कि इसी के आसपास मानसून का आगमन होगा।
सामान्य गति से बढ़ रहा है मानसून, अगले 10 दिनों में यूपी में दस्तक देने के आसार
मिली ताजा जानकारी के अनुसार, इस बार मानसून सामान्य गति से आगे की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में इसके अगले दो दिनों में इसके महाराष्ट्र में पहुंचने के बाद आगामी 16 से 22 जून के बीच उत्तर प्रदेश पहुंचने की संभावना है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर के लिए विभाग ने फिलहाल कोई अनुमान व्यक्त नहीं किया है, लेकिन गति सामान्य रही तो 27 जून के आसपास मानसून के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दस्तक देने के आसार हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से जुड़े वरिष्ठ विज्ञानी आरके जेनामणि की मानें तो इस बार मानसून केरल तट पर 29 मई को पहुंचा था और 31 मई से 7 जून के बीच यह दक्षिण व मध्य अरब सागर, केरल, कर्नाटक व तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और पूरे पूर्वोत्तर में सक्रिय हो गया।
धीमी नहीं है मानसून की गति
मौसम विज्ञानी आरके जेनामणि ने साफ किया है कि मानसून के आगे बढ़ने की
गति धीमी नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि मानसून इस बार भी
दिल्ली-एनसीआर में समय से ही पहुंचेगी। कुल मिलाकर जून के अंतिम सप्ताह में
मानसून के दस्तक देने के साथ ही झमाझम बारिश शुरू हो सकती है।
वहीं, आरके जेनामणि के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर व उत्तर-पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में मानसून अपनी सामान्य तारीख पर पहुंचेगा? इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। पिछले साल मौसम विभाग ने अनुमान जताया था कि दिल्ली में मानसून अपनी सामान्य तारीख (27 जून) से करीब दो हफ्ते पहले पहुंचेगा, लेकिन यह 13 जुलाई को राजधानी पहुंचा था, जो पिछले 19 साल में सबसे विलंब से था।
यहां पर बता दें कि दिल्ली-एनसीआर इन दिनोें भीषण गर्मी और लू चपेट में
है। इस बीच अफगानिस्तान और पाकिस्तान बार्डर पर सक्रिय हो रहे पश्चिमी
विक्षोभ के चलते शुक्रवार से दिल्ली-एनसीआर के मौसम में बड़ा बदल होने जा
रहा है। दरअसल, शुक्रवार से ही दिल्ली-एनसीआर में प्री-मानसून की बारिश
शुरू होने वाली है, जिसके बाद लू और भीषण गर्मी से छुटकारा मिलेगा, लेकिन
उमस भरी गर्मी की शुरुआत हो जाएगी।