
Delhi Monsoon 2022 देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर लोग भीषण गर्मी से परेशान हैं। पिछले एक पखवाड़े के दौरान दो बार हुई बारिश के बाद एक बार फिर दिल्ली-NCR के चढ़ते पारे में इजाफा हुआ है इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी का दौर जारी है। दिल्ली के साथ इससे सटे शहरों में भीषण गर्मी और लू ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। तेज धूप और लू के चलते लोग बीमार होकर अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं। सोमवार को दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में लू लगने के कारण लोग पहुंचे। ज्यादातर लोगों ने सिर दर्ज, बुखार, उल्टी और दस्त की शिकायत की। कुछ लोगों ने चक्कर आने की भी बात कही
इसके साथ दिल्ली-एनसीआर में मानसून का इंतजार भी किया जाने लगा है। खासकर भीषण गर्मी और लू से परेशान दिल्ली, यूपी, हरियाणा और राजस्थान के लोग मानसून का इंतजार करने लगे हैं। इस बीच भारतीय मौसम विभाग की ओर से पूर्वानुमान जाहिर किया गया है कि मानसून इस बार जल्दी दस्तक दे सकता है।
दिल्ली में कब दस्तक देगा मानसून?
दिल्ली-एनसीआर में मानसून के दस्तक देने की तारीख 27 जून होती है।
हालांकि, एक-दो दिन इधर-उधर होता है, लेकिन इस बार केरल में मानसून ने 1
जून से पहले दस्कत दी है। ऐसे में मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि इस बार
दिल्ली और एनसीआर में 25 जून को दिल्ली में मानसून की बारिश शुरू हो सकती
है।
यूपी में कब पहुंचेगा मानसून
मौसम विभाग के एक अन्य पूर्वानुमान के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली के साथ हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात के अलावा इससे सटे राज्यों में 25 जून तक मानसून पहुंच सकता है।
बिहार-झारखंड में 15 जून को हो सकती है मानसून की बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार में 15 जून के आस-पास मानसून के पहुंचने का अनुमान है। इन दिनों बिहार के लोग भीषण गर्मी से परेशान है और मानसून की बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
बिहार में इस बार मानसून सामान्य से जल्दी आ सकता है। भीषण गर्मी और उमस से परेशान लोगों को इसका इंतजार भी है। मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि मानसून का आगमन बिहार में 12 से 15 जून के बीच हो सकता है। इस साल मानसून में अच्छी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है।
क्या नौतपा अब दिखा रहा असर?
दिल्ली-एनसीआर में भीषण गर्मी को देखते हुए लग रहा है कि नौतपा अब अपना असर दिखा रहा है। महेश पलावत, उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन), स्काईमेट वेदर) का कहना है कि बार बार सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभों के कारण मई में लू सिर्फ 4-5 दिन ही चली, वहीं पिछले तीन दिनों से गर्मी से दिल्ली-एनसीआर का बुरा हाल है।
महेश पलावत का यह भी कहा है कि जून में प्री मानसून की गतिविधियां जोर पकड़ने लगेगी। कहने का मतलब यह कि अभी अगले कुछ दिन उस स्तर की गर्मी पड़ने की कोई संभावना नहीं लग रही, जिसके लिए नौतपा जाना जाता है।
फिलहाल सताएगी भीषण गर्मी
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले चार से पांच दिनों में उत्तर-पश्चिमी भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। इसके साथ ही अगले दो दिनों में मध्य भारत के तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा और इसके बाद पारा दो से तीन डिग्री नीचे जाने की संभावना है। इससे दिल्ली-एनसीआर के लोगों को राहत मिलेगी।
वहीं, मौसम विभाग के अनुसार 11 जून को शाम और रात के समय हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, इससे गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। इससे पहले मंगलवार को तापमान में दो डिग्री तक की गिरावट आने का अनुमान जताया गया है। रविवार को सुबह ही तेज धूप खिल गई थी जो दिन चढ़ने के साथ और भी तीखी होती गई। 9-10 बजे तक धूप में निकलना मुहाल होने लगा।
रविवार को दोपहर के समय लोगों को गर्म हवा के थपेड़ों का सामना करना पड़ा। अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से चार डिग्री ज्यादा है। जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर पर 27.4 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी का स्तर 58 से 14 प्रतिशत के बीच रहा।