गंगा परिषद की बैठक में शामिल होंगे पीएम मोदी, 7800 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास


बैठक में केंद्रीय मंत्रियों समेत गंगा से जुड़े प्रदेशों के मुख्यमंत्री होंगे शामिल
;

गंगा और उसकी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में चल रही परियोजनाओं की समीक्षा के लिए शुक्रवार को कोलकाता में राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक होगी। बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। पीएम इस दौरान 7800 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। गंगा और उसकी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में चल रही परियोजनाओं की समीक्षा के लिए शुक्रवार को कोलकाता में राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक होगी। बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। इस उच्च स्तरीय परिषद की बैठक में हिस्सा लेने जा रहे प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल में 7800 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे, जिसमें ढाई हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजनाएं राज्य की सीवर नेटवर्क से जुड़ी हैं।

राष्ट्रीय गंगा परिषद के सदस्य राज्य होंगे शामिल

कोलकाता में यह बैठक भारतीय नौसेना के मुख्यालय आईएनएस नेताजी सुभाष में आयोजित होगी। यह मुख्यालय हुगली नदी के तट पर स्थित है। बैठक में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री के साथ संबंधित विभागों के केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय गंगा परिषद के सदस्य राज्य उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है। राष्ट्रीय गंगा परिषद (एनजीसी) की बैठक में गंगा और उसकी सहायक नदियों के प्रदूषण को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर संचालित परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी। गंगा नदी के पानी की शुद्धता का ब्यौरा लिया जाएगा। गंगा की धारा को निर्मल और अविरल बनाने का संकल्प दुहराया जाएगा। समीक्षा बैठक में गंगा के उद्गम स्थल से लेकर गंगा के बंगाल की खाड़ी में विलीन होने तक की धारा के पानी की परीक्षण रिपोर्ट रखी जाएगी। गंगा और उसकी सहायक नदियों के प्रदूषण को कम करने में केंद्र के साथ राज्यों के सहयोग का ब्यौरा रखा जाएगा।

कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे पीएम

प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान पश्चिम बंगाल की सात प्रमुख सीवरेज की इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे। इसमें 20 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और 612 किलोमीटर लंबाई में विकसित सीवर नेटवर्क शामिल है। इसे नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा (एनएमसीजी) के तहत विकसित किया गया है। इस परियोजना पर कुल 990 करोड़ रुपए की लागत आई है। इस परियोजना का लाभ नबाद्वीप, कचरापारा, हलिशार, बजबज, बैराकपुर, चंदन नगर, बंसबेरिया, उत्तरापारा, कोटरंग, बैद्यबटी, भद्रेश्वर, नैहाटी, गरुलिया, टीटागढ़ और पनिहाटी को मिलेगा। इस परियोजना के तैयार हो जाने से 200 मिलियन लीटर सीवेज का प्रतिदिन (एमएलडी) ट्रीटमेंट हो सकेगा।

सीवरेज इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की शिलान्यास करेंगे पीएम

इसके अलावा प्रधानमंत्री पांच प्रमुख सीवरेज इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की शिलान्यास करेंगे, जिसमें आठ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और 80 किलोमीटर सीवरेज नेटवर्क विकसित किया जाएगा। इस पर कुल 1585 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इससे कुल 190 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट की क्षमता बढ़ जाएगी। पश्चिम बंगाल में स्वच्छता और जल संशोधन से संबंधित कई और परियोजनाओं का प्रधानमंत्री शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे, जिसमें डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वाटर एंड सैनिटेशन की उद्घाटन शामिल है।