कटनी के जिला कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा लिया गया एक फैसला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल अवि प्रसाद ने सीएम राइज विद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा 9वीं के छात्र आशुतोष को स्वच्छता का ब्रांड एंबेस्डर बनाया है।
मध्य-प्रदेश, भोपाल : कटनी के जिला कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा लिया गया एक फैसला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, अवि प्रसाद ने सीएम राइज विद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा 9वीं के छात्र आशुतोष को स्वच्छता का ब्रांड एंबेस्डर बनाया है। कलेक्टर द्वारा एक छात्र को स्वच्छता का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने का मामला क्षेत्र में जहां चर्चा का विषय बना हुआ है वहीं इस फैसले की सराहना भी की जा रही है।आपरेशन, ओटी लाइट हुई खराबकलेक्टर को पत्र के जरिए दिया था सुझाव
जानकारी के मुताबिक, नगर निगम कर्मियों द्वारा गाड़ियों में सूखा और गीला कचरा अलग-अलग नहीं डालने को लेकर गाड़ियों के चालकों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने पर छात्र आशुतोष ने कलेक्टर अवि प्रसाद को पत्र लिखा था। छात्र के स्वच्छता के प्रति जागरूकता को देखते हुए कलेक्टर ने उसे अपने कार्यालय में बुलाया और स्वच्छता के लिए उसे ब्रांड एम्बेसडर भी बनाया। हाईवे पर ट्राली ने मारी बाइक सवार दंपती को टक्कर, पति की मौत, पत्नी घायलछात्र की चिट्ठी से कलेक्टर प्रभावित
नई बस्ती निवासी आशुतोष माणके ने कलेक्टर को पोस्टकार्ड लिख कर शहर की कचरा गाड़ियों और सफाईकर्मियों को प्रशिक्षण दिए जाने का सुझाव दिया था। आशुतोष ने पोस्टकार्ड के माध्यम से भेजे पत्र में साफ-सफाई व्यवस्था के प्रति लोगों को जागरूक नहीं होने की बात भी लिखी थी। चिठ्ठी मिलने के बाद कलेक्टर छात्र से इतना प्रभावित हुए कि उन्होने छात्र से मिलने की इच्छा जताई।आशुतोष बना स्वच्छता का ब्रांड एंबेसडर
कलेक्टर ने आशुतोष की समझ और विचारों को सुनने के बाद स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता का ब्रांड एंबेसडर व स्वच्छता दूत बनने का प्रस्ताव दिया, जिसे आशुतोष ने स्वीकार कर लिया। कलेक्टर से मिलने के बाद आशुतोष ने बताया कि उसने कभी नहीं सोचा था कि पोस्टकार्ड मिलने के बाद कलेक्टर उसे मिलने के लिए बुलाएंगे। छात्र ने कहा कि आज का दिन उसकी जिंदगी का सबसे यादगार दिन है।