ब्रुसेल्स/पेरिस, रॉयटर्स। कोरोना की जारी लहर के बीच चीन द्वारा कोविड-19 के प्रतिबंधों को हटाने के फैसले ने दुनिया में चिंता बढ़ा दी है। इस मामले से निपटने के लिए अलग-अलग देशों के विभिन्न सुझावों पर समन्यवय स्थापित करने के लिए यूरोपियन यूनियन के अधिकारी गुरुवार को वार्ता कर रह हैं। चीन में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए अमेरिका, भारत और जापान के साथ ही अन्य देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों की कोरोना टेस्टिंग शुरू कर दी है। वहीं ब्रिटेन जैसे कुछ दूसरे देशों ने किसी भी प्रकार की कोविड टेस्टिंग शुरू करने से इनकार किया है।
सिर्फ इटली ने शुरू की टेस्टिंग
यूरोपियन यूनियन में सिर्फ इटली एकमात्र ऐसा देश है जिसने चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 के लिए एंटीजन टेस्ट का आदेश दिया है। इसके अतिरिक्त यूरोपियन यूनियन के अन्य देशों ने या तो इसकी आवश्यकता से इनकार किया है या वे सभी 27 सदस्यों के किसी एक फैसले पर एकमत होने का इंतजार कर रहे हैं। फ्रेंच हेल्थ रिस्क एसेसमेंट कमिटी कोवास्र के प्रमुख ब्रिगिटी ऑटरेन ने गुरुवार को कहा कि वैज्ञानिक आधार पर देखा जाए तो फिलहाल सीमाओं पर किसी तरह का नियंत्रण लगाने को कोई कारण नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस फैसले में बदलाव किया जा सकता है, लेकिन फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं। अभी चीन के नए कोरोना वेरिएंट से डरने की कोई वजह दिखाई नहीं दे रही। इसी तरह जर्मनी भी बुधवार को किसी भी तरह के पर्यटन प्रतिबंधों की आवश्यकता से इनकार कर चुका है। वहीं ऑस्ट्रिया ने चीनी पर्यटकों के यूरोप आने से होने वाले आर्थिक लाभ की ओर इशारा किया है।
पचास फीसदी पर्यटक मिल रहे संक्रमित
इटली के उपप्रधानमंत्री एवं यातायात मंत्री मैटियो सालविनी कहते हैं कि कोविडरोधी जांचों को लागू करने वाला इटली अकेला देश नहीं हो सकता। मैंने यह मांग की है कि पूरे यूरोप में जांच और संभावित नियंत्रण लागू किया जाए। इटली के प्रमुख शहर मिलान के एयरपोर्ट पर बिजिंग और शंघाई से आने वाले यात्रियों की जांच 26 दिसंबर से शुरू कर दी गई है। इस दौरान करीब 50 फीसदी यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। यूरोपियन यूनियन के हेल्थ डायरेक्टरेट जनरल ने ट्वीट किया कि, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यूरोपियन यूनियन की हेल्थ कमेटी की बैठक कब खत्म होगी और इस मामले पर क्या फैसला लिया जाएगा। बैठक में सर्वसम्मति से इस विषय पर फैसला लिया जाना है कि चीन में कोविड-19 की स्थितियों को देखते हुए क्या संभावित कदम उठाए जाने चाहिए।