एक्साइज डिपार्टमेंट ने दबाए रखे एसडीएम और विजिलेंस के आदेश

 

एक्साइज डिपार्टमेंट ने दबाए रखे एसडीएम और विजिलेंस के आदेश
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ठेकेदार चिन्हित जगह पर ही खोल सकता है ठेका 

नियमों के अनुसार ठेकेदार को चिन्हित जगह पर ही शराब का ठेका खोलना होता है। यह एक्साइज डिपार्टमेंट के संबंधित ईटीओ को देखना होता है कि ठेका चिन्हित जगह पर ही खुला है। इंडस्ट्रियल एरिया एमडब्ल्यू मार्केट में औजारक मर्चेंडाइज कंपनी ने शराब का ठेका एक जगह से दूसरी जगह खोल लिया। विजिलेंस ने इस मामले में माणिक अहलावत तथा स्टाफ के कुछ अन्य सदस्यों की भूमिका संदिग्ध मानी है। विजिलेंस ने शिकायत पर जांच करते हुए ईटीओ के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी कही थी। इसके साथ-साथ ठेके को शिफ्ट करने को भी कहा था।

इस मामले में न कानूनी कार्रवाई की गई न ठेका शिफ्ट किया गया 

विजिलेंस और एसडीएम की रिपोर्ट पर इस मामले में एफआइआर दर्ज करने की बात भी कही गई थी। शराब के ठेकेदारों पर एक्साइज डिपार्टमेंट के अफसरों की मेहरबानी का पता इस बात से लग जाता है कि न तो इस मामले में कानूनी कार्रवाई की गई और न ही ठेका संबंधित जगह से शिफ्ट किया गया। एक्साइज डिपार्टमेंट ने ठेके की नीलामी उसकी निर्धारित जगह के आधार पर ही की जाती है। एक्साइज डिपार्टमेंट को रेवेन्यू का नुकसान भी हुआ है। प्रशासन का एक्साइज डिपार्टमेंट नहीं एक्साइज पालिसी तैयार करने में लगा है, लेकिन पुरानी गलतियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।

एक्साइज डिपार्टमेंट के अफसरों ने चुप्पी साधी

शराब के ठेके की अवधि समाप्त होने में सिर्फ तीन माह शेष रह गए हैं। एक्साइज डिपार्टमेंट के अफसरों ने इस पर चुप्पी साधी हुई है। एक्साइज डिपार्टमेंट में गड़बड़ियों के चलते ही पूरब असिस्टेंट एक्साइज कमिश्नर रणधीर सिंह तथा इंस्पेक्टर अजय को उनके मूल राज्य हरियाणा भेजा जा चुका है, लेकिन माणिक अहलावत पर एक्साइज डिपार्टमेंट मेहरबान है।

मौलीजागरां में भी खुला है हाउसिंग बोर्ड के मकान में ठेका

एक्साइज डिपार्टमेंट के अफसरों की मिलीभगत से मौलीजागरां गांव में भी हाउसिंग बोर्ड के मकान में शराब का ठेका खुला हुआ है। नियमों के अनुसार रिहायशी प्रापर्टी में शराब का ठेका नहीं खोला जा सकता, लेकिन एक्साइज डिपार्टमेंट के अफसरों की मेहरबानी से ठेकेदार कोर्ट से स्टे भी ले आया।