भारतीय वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टरों ने पूर्वी क्षेत्र में भारतीय और कजाकिस्तान सेना के सैनिकों के साथ हेलीबोर्न ऑपरेशन (Heliborne Operations) किए। ये अभ्यास दोनों सेनाओं के बीच एक संयुक्त प्रशिक्षण है। इससे भारत और कजाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा मिलेगा।
नई दिल्ली, एएनआई। India Kazakhstan Joint Millitary Drills: भारत (India) और कजाकिस्तान (Kazakhstan) की सेनाओं के बीच मेघालय में संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा है। दोनों देशों के बीच सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के मकसद से उमरोई में ये अभ्यास शुरू हुआ था। इसका समापन 28 दिसंबर को होगा। इस दौरान भारतीय वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टरों ने शनिवार को पूर्वी क्षेत्र में भारतीय और कजाकिस्तान सेना के सैनिकों के साथ हेलीबोर्न ऑपरेशन (Heliborne Operations) किए।
द्विपक्षीय संबंधों को मिलेगा बढ़ावा
सैन्य अभ्यास 'काजिंद-22' के छठे संस्करण में भारतीय सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व बिहार रेजीमेंट की एक बटालियन की तरफ से किया गया जिसमें एक कमांडर के नेतृत्व में कुल 90 कर्मी शामिल थे। संयुक्त सैन्य अभ्यास में कजाखस्तान सेना का प्रतिनिधित्व एक पूरी कंपनी ने किया। ये अभ्यास दोनों सेनाओं के बीच एक संयुक्त प्रशिक्षण है, जो भारत और कजाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देगा।
बढ़ेगा रक्षा सहयोग
संयुक्त अभ्यास का मकसद आतंकवाद के संभावित खतरों को बेअसर करना, प्लानिंग और ऑपरेशन को पूरा करना, हथियारों की जानकारी साझा करने के साथ-साथ शूटिंग और काउंटर इंसर्जेंसी/काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशंस में अनुभव साझा करना है। ये भी कहा गया कि संयुक्त अभ्यास का आयोजन रक्षा सहयोग के लिए मंच तैयार करेगा और दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों में ये नजर आएगा।