2023 के लिए जापानी कंपनियां निराशावादी, दुनिया में मंदी की चिंता: सर्वे

 

2023 के लिए जापानी कंपनियां निराशावादी, दुनिया में मंदी की चिंता: सर्वे

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जापान की कई बड़ी कंपनियां 2023 में अर्थव्यवस्था को लेकर अधिक निराशावादी हैं। कमजोर येन की वजह से कंपनियों को मंदी का डर है। क्योडो न्यूज ने कई कंपनियों के एक सर्वे के बाद ये जानकारी दी है। (फोटो- एपी)

टोक्यो, एजेंसी। प्रमुख जापानी कंपनियां अर्थव्यवस्था के बारे में अधिक निराशावादी हो गई हैं। उच्च लागत और कमजोर येन की वजह से यह स्थिति बनी है। क्योडो न्यूज ने 117 कंपनियों के सर्वे के बाद यह जानकारी दी है। सर्वे में पाया गया है कि आधे से थोड़ी अधिक यानी 56 फीसदी कंपनियां इस वर्ष अर्थव्यवस्था के बढ़ने की उम्मीद कर रही हैं।

सोमवार को जारी सर्वे में कहा गया है कि यह एक साल पहले के मुकाबले काफी कम है। पिछले साल करीब 84 फीसद कंपनियों को अर्थव्यवस्था के बढ़ने की उम्मीद थी। वार्षिक सर्वे के लिए विकास का अनुमान लगाने वाली फर्मों का प्रतिशत 10 साल में अपने दूसरे न्यूनतम स्तर पर था।

अमेरिका और चीन की मंदी की भी चिंता

कंपनियों ने 2023 में अमेरिका और चीन में मंदी के बारे में भी चिंता व्यक्त की। यूक्रेन में युद्ध ने तेल और अन्य कच्चे माल की कीमतों को बढ़ा दिया है। साथ ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले जापानी मुद्रा येन कमजोर हो गई है। इससे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम बढ़ गया है।

जापानी कंपनियों का यह कमजोर दृष्टिकोण संभावित वैश्विक मंदी पर चिंता को भी दिखा रहा है। दरअसल, अमेरिका में केंद्रीय बैंक और अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं मुद्रास्फीति का मुकाबला करने के लिए ब्याज दरें बढ़ाती हैं।

33 फीसदी कंपनियों का कमजोर येन की वजह से मुनाफा हुआ कम

पिछले साल की शुरुआत में डॉलर 115 येन से बढ़कर अपने चरम पर लगभग 150 येन पर पहुंच गया था। मंगलवार को यह लगभग 130 येन पर कारोबार कर रहा था। सर्वे में शामिल कंपनियों में से केवल तीन फीसदी ने कहा कि कमजोर येन उनके लिए सकारात्मक था। लगभग एक तिहाई कंपनियों ने कहा कि येन का डॉलर का मुकाबले कमजोर होना समस्या थी क्योंकि इससे विनिर्माण और ऊर्जा की लागत बढ़ गई, जिससे उनका मुनाफा कम हो गया।

टोयोटा सहित इन कंपनियों को फायदे की उम्मीद

अपेक्षाकृत अच्छे वर्ष की उम्मीद करने वाली कंपनियों में से टोयोटा मोटर कॉर्प एक थी। अन्य प्रमुख निर्यात करने वाली कंपनियों की तरह इसे भी सस्ते येन से फायदा होता है। नवंबर के अंत से दिसंबर के मध्य तक किए गए सर्वे के मुताबिक, ऊर्जा, दूरसंचार और प्रौद्योगिकी कंपनी सॉफ्टबैंक ग्रुप कार्पोरेशन ने भी आने वाले महीनों में सुधार देखा है।