भारत जोड़ो यात्रा के समापन मौके पर 21 दलों को कांग्रेस ने भेजे न्यौते, केजरीवाल-केसीआर को नहीं किया आमंत्रित

 


 नई दिल्ली। राहुल गांधी की बहुचर्चित कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा के 30 जनवरी को श्रीनगर में समापन में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने समान विचारधारा वाले 21 दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है। खरगे ने इसमें शामिल होने के लिए ममता बनर्जी, हेमंत सोरेन, अखिलेश यादव, मायावती, लालू प्रसाद-तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे, सीताराम येचुरी, शरद पवार, स्टालिन से लेकर फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती जैसे विपक्षी खेमे के प्रमुख नेताओं को न्यौता भेजा है।

कई नेताओं को नहीं मिला आमंत्रण

लेकिन दिलचस्प यह है कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति को यात्रा समापन समारोह में शामिल होने का न्यौता नहीं भेजा है। एएमआइएम नेता असदुद्दीन ओवैसी से लगातार दूरी रख रही कांग्रेस का उनको निमंत्रण नहीं भेजना अस्वाभाविक नहीं है। लेकिन औवेसी के साथ-साथ अब एआइयूडीएफ के नेता बदरूद्दीन अजमल को भी कांग्रेस ने विपक्षी गोलबंदी की अपनी सूची से बाहर रखने का संदेश देते हुए भारत यात्रा के समापन का न्यौता नहीं दिया है।

21 दलों को मिला निमंत्रण

कन्याकुमारी से शुरू हुई राहुल गांधी की यात्रा पंजाब पहुंचने तक विपक्षी खेमे के साथ ही राजनीतिक विमर्श में अपनी सरगर्मी से जगह बना चुकी है। इस लिहाज से श्रीनगर के समापन मौके की विपक्ष की सियासत के लिहाज से काफी अहमियत है और ऐसे में खरगे ने जिन 21 दलों के नेताओं को न्यौता भेजा है वह काफी हद तक भविष्य में विपक्ष को गोलंबद करने की शुरुआती तस्वीर का संकेत देता है।

जयराम रमेश ने दी जानकारी

कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर 21 समान विचाराधारा वाले दलों के अध्यक्षों को खरगे की ओर से भारत जोड़ो यात्रा के समापन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिए गए न्यौते की जानकारी दी। इसमें खरगे ने इन नेताओं से कहा है कि उनकी उपस्थिति यात्रा के सत्य, करुणा और अहिंसा के संदेश को मजबूत करेगी। श्रीनगर में 30 जनवरी को भारत जोड़ो यात्रा का समापन महात्मा गांधी की स्मृति को समर्पित है, जिन्होंने इसी दिन नफरत और हिंसा की विचाराधारा के खिलाफ अथक संघर्ष में अपने जीवन का बलिदान किया था।

आप को लेकर क्या है कांग्रेस का रुख

कांग्रेस ने जिन नेताओं को न्यौता भेजा गया है उनके नाम का आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया है। लेकिन पार्टी सूत्रों ने पुष्टि कि आम आदमी पार्टी, जेडीएस, भारत राष्ट्र समिति के साथ-साथ ओवैसी और अजमल को श्रीनगर में आने का न्यौता नहीं भेजा गया है। संसद के बीते शीत सत्र में सरकार की घेरेबंदी के लिए नेता विपक्ष के नाते खरगे की बुलाई बैठक में आप विपक्षी दलों के साथ कई मौकों पर शामिल हुई। लेकिन इसके बावजूद भारत जोड़ो यात्रा के सबसे बड़े विपक्षी शो के लिए आप को नहीं बुलाने के कांग्रेस के रूख से साफ है कि वह आम आदमी पार्टी के साथ ही जेडीएस और चंद्रशेखर राव से फिलहाल दूरी बना कर चलने के पक्ष में है।

केसीआर के खिलाफ कांग्रेस का बिगुल

तेलंगाना में राहुल गांधी ने यात्रा के दौरान ही केसीआर को सत्ता से बाहर करने का बिगुल बजा दिया था तो कर्नाटक में जेडीएस को कांग्रेस भाजपा की बी टीम साबित करने में जुटी है। औवेसी के खिलाफ कांग्रेस तो लंबे अर्से से मुखर है मगर असम विधानसभा चुनाव में अजमल की पार्टी से गठबंधन से हुए नुकसान के बाद कांग्रेस उनसे दूरी बनाने में ही भलाई समझ रही है। खरगे ने श्रीनगर में राहुल की यात्रा में शामिल होने के लिए जिन दलों के प्रमुखों को न्यौता भेजा है उसमें तृणमूल कांग्रेस, सपा , बसपा, जदयू, राजद, द्रमुक, झामुमो, शिवसेना, तेलगू देशम, नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, माकपा, भाकपा, आरएसपी, आरएलएसपी, हम, एमडीएमके, वीसीके, आइयूएमएल और केएसएस पार्टी के नेता शामिल हैं।

शरद यादव को विशेष आमंत्रण

इसमें खास बात यह है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के साथ उनके पुत्र तेजस्वी यादव और फारूख अब्दुल्ला के साथ बेटे उमर अब्दुल्ला को भी न्योता भेजा गया है। वहीं वरिष्ठ नेता शरद यादव को भी विशेष रुप से श्रीनगर आने का आमंत्रण भेजा गया है। खरगे ने अपने न्यौते में कहा है कि इस समय जब देश में लोगों के मुद्दों से जनता का ध्यान व्यवस्थित रूप से हटाया जा रहा है तब भारत जोड़ो यात्रा एक शक्तिशाली आवाज के रूप में उभरी है और उन सबकी भागीदारी इसके संदेश को और मजबूत करेंगे।