सीबीआई ने रिश्वत लेने के मामले में की कार्रवाई, रेलवे अधिकारी समेत 7 को किया गिरफ्तार; 47 लाख रुपये बरामद

 


नई दिल्ली, आईएएनएस। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने रविवार को 50 लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गुवाहाटी में तैनात भारतीय रेलवे के एक हवाला ऑपरेटर और एक अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक (ADRM) समेत कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान एडीआरएम जितेंद्र पाल सिंह, श्यामल कुमार देब, हरिओम, योगेंद्र कुमार सिंह, दिलावर खान, विनोद कुमार सिंघल उर्फ मुकेश और संजीत रे के रूप में हुई है। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस रिश्वतखोरी के मामले में सिंह और ठेकेदारों सहित अन्य निजी व्यक्तियों के खइलाफ मामला दर्ज किया गया है।

पहले भी ली थी रिश्वत

सीबीआई ने कहा कि आरोपी ने अनुबंध समझौते, माप पुस्तक तैयार करने, खाता बिलों को चलाने की प्रक्रिया, लंबित बिलों के खिलाफ भुगतान जल्द जारी करने और पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में निर्माण के काम के लिए निजी ठेकेदारों को अनुचित लाभ पहुंचाने के इरादे से साजिश रची थी। अधिकारी ने कहा, 'सिंह को इससे पहले मुख्य इंजिनियर के रूप में न्यू जलपाईगुड़ी में तैनात किया गया था, जहां पर उसने विभिन्न ठेकेदारों से रिश्वत की मांग करने और उसको स्विकार करने की आदत पड़ी हुई थी।' उन्होंने कहा कि देब दिल्ली में हवाला ऑपरेटर संजीत रे से ओम के जरिए सिंह को रिश्वत पहुंचाने में मदद कर रहा था।

गिरफ्तारी के बाद कई जगहों पर ली गई तलाशी

सीबीआई ने इस मामले में जाल बिछाया और सिंह की ओर से 50 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगो हाथ पकड़ लिया। सीबीआई ने बाद में सिंह और अन्य को भी पकड़ लिया। सीबीआई ने सिंह के दिल्ली, नरौरा, गुवाहाटी, सिलीगुड़ी और अलीगढ़ सहित कई जगहों पर तलाशी ली है, जिसमें सीबीआई को 47 लाख रुपये नकद, लैपटॉप और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। सीबीआई ने कहा कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को आदालत में पेश किया जाएगा।