शहर में कड़ाके की ठंड, स्‍कूलों का समय बदला

 

तापमान में गिरावट के कारण मध्य प्रदेश के स्कूलों के समय में हुआ परिवर्तन।

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मध्य प्रदेश में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। इसकी वजह से वहां के सभी स्कूलों के समय में परिवर्तन किया गया है। प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह के निर्देश के बाद कलेक्टर अविनाश लवानिया ने आदेश जारी किया है।

भोपाल, ऑनलाइन डेस्क। उत्तर भारत में लगातार बह रही बर्फीली हवाओं के कारण राजधानी समेत पूरे मध्य प्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विज्ञानिकों के मुताबिक अभी लगभग दो दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने की संभावना है। इसके बाद न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है। वहीं, ग्वालियर, चंबल, सागर, भोपाल, जबलपुर संभागों के जिलों में सुबह के समय घना कोहरा भी छा रहा है। जिसके कारण सुबह डेढ़ घंटे तक 100 मीटर तक दृश्यता बनी रही थी। इन बातों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है ताकी छात्रों को किसी तरह की परेशानी न हो।

सभी स्कूलों के समय में किया गया बदलाव

मध्यप्रदेश के नौगांव में सबसे कम यानी 6.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। इस कड़ाके की सर्दी को देखते हुए भोपाल के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार सुबह कलेक्टर अविनाश लवानिया को स्कूलों के संचालन को लेकर परिवर्तन करने के आदेश दिए हैं। कलेक्टर अविनाश लवानिया को आदेश दिया गया है कि वे स्कूलों में अवकाश घोषित करने और समय बदलने का निर्देश दें। इसके बाद कलेक्टर लवानिया ने स्कूलों का समय बदलने का आदेश जारी कर दिया है। कलेक्‍टर के आदेश के मुताबिक सभी सरकारी, प्राइवेट स्कूल और आंगनबाड़ी सुबह 9.30 बजे से शुरू होंगे। वहीं, जो स्कूल दो शिफ्ट में संचालित होते हैं वे सुबह 09 बजे से खुलेंगे।

सामान्य से नीचे रहा तापमान

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। हालांकि वहीं, सोमवार के न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस था। सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम रहा था। मंगलवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने के आसार हैं।

रात के तापमान में और गिरावट की संभावना

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि फिलहाल उत्तर भारत में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। पिछले दिनों पहाड़ों में हुई भारी बर्फबारी के कारण उत्तर भारत का तापमान काफी कम बना हुआ है। वहां से लगातार आ रही बर्फीली हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि दो दिन बाद रात के तापमान में और भी गिरावट आने की संभावना है।