मासूम के चेहरे की लौटी मुस्कान, ट्रेन में खोए खिलौने को लौटाने के लिए रेलवेकर्मियों ने लगाई जी जान

 


रेलवे ने लौटाई बच्चे के चेहरे की मुस्कान, ट्रेन में खोए खिलौने को लौटाने के लिए खंगाली रिजर्वेशन की पर्चियां

रेलवे अधिकारियों ने एक बच्चे के चेहरे की मुस्कान उस वक्त लौटाई जब उन्होंने ट्रेन में छूट उसके खिलौने को वापस लौटाया। इसके लिए रेलवे को काफी मशक्कत करनी पड़ी लेकिन सहयात्री की मदद से अंतत बच्चे को उसका खोया हुआ ट्रक लौटा दिया।

नई दिल्ली, एएनआई। बच्चों की मासूमियत पर हर कोई मोहित हो जाता है, चाहे वो बुजुर्ग हो या फिर युवा। हर कोई बच्चों के साथ समय गुजारना और उनके साथ खेलना पसंद करता है क्योंकि उनकी नादानियां हर किसी के चेहरे पर मुस्कान ला देती हैं। ऐसे में शायद ही कोई व्यक्ति हो जो बच्चों को उनकी पसंद की चीजें न दिलाता हो। हाल ही में ठीक एक ऐसा वाक्या सामने आया। जब बच्चे के खोए हुए खिलौने को उस तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने जी जान लगा दी।बच्चे के चेहरे की लौटी मुस्कान

भारतीय रेलवे ने एक बच्चे को खोया हुआ खिलौना लौटाकर उसके चेहरे पर मुस्कान ला दी। दरअसल, 4 जनवरी को रेलवे के हेल्पलाइन नंबर 139 पर पटनायक नामक एक व्यक्ति ने अपनी शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता ने अधिकारियों को बताया कि वह सिकंदराबाद-अगरतला स्पेशल ट्रेन (07030) के बी-2 कोच में यात्रा कर रहा। ऐसे में उनके कोच में एक पुरुष और महिला अपने बच्चे के साथ मौजूद थे और बच्चे के पास एक खिलौना था लेकिन ट्रेन से उतरते समय वो लोग खिलौना ले जाना भूल गए। मैंने उस बच्चे को खिलौने के साथ खेलते हुए देखा। इस दौरान बच्चे का खिलौने के प्रति लगाव भी दिखाई दिया। शिकायतकर्ता ने अधिकारियों से अनुरोध किया कि क्या वे बच्चे को खिलौना वापस करने में मदद कर सकते हैं।

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शिकायतकर्ता बच्चे के माता पिता को नहीं जानता था और न ही उन लोगों से संपर्क करने की कोई जानकारी थी। ऐसे में अधिकारियों ने ट्रेन की लाइव लोकेशन पता की और शिकायतकर्ता से न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर खिलौना लिया।

परिवार का एड्रेस ढूंढने में हुई मुश्किल

अधिकारियों ने बताया कि परिवार का एड्रेस पता करना मुश्किल भरा काम था क्योंकि टिकट सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन से खरीदा गया था। ऐसे में अधिकारियों ने एक टीम को परिवार का रिजर्वेशन फॉर्म को ढूंढने का काम सौंपा। काफी मशक्कत के बाद रिजर्वेशन फॉर्म में परिवार से संपर्क साधने की जानकारी मिली।

चार्ट से क्रॉस चेक की गई जानकारी

रिजर्वेशन चार्ट से बच्चे के माता-पिता का नाम क्रॉस चेक किया गया। मां का नाम नसरीन बेगम और पिता का नाम मोहित रजा बताया जा रहा है। परिवार अलुआबारी रेलवे स्टेशन से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित उत्तर दिनाजपुर जिले के काजी गांव में रहता है।

परिवार की जानकारी मिलने के बाद रेलवे की एक टीम उनके घर पहुंची और बच्चे को उसका खोया हुआ खिलौना वापस लौटाया। जिसके बाद परिवार ने रेलवे अधिकारियों का आभार जताया।

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परिवार ने अधिकारियों ने बताया कि खिलौना बच्चे के दिल के बेहद करीब था लेकिन वह ट्रेन में ही छूट गया। पिता मोहित ने बताया कि मुझे लगा कि कोई एक खिलौने के लिए कोई इतना प्रयास क्यों ही करेगा। ऐसे में मुझे भी अपने बच्चे के लिए बुरा लगा। इसके बाद भी मैंने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।