हिंदू कार्यकर्ता राजेश पुजारी की मौत, कर्नाटक पुलिस ने शुरू की जांच

 

 

हिंदू कार्यकर्ता राजेश पुजारी की मौत, कर्नाटक पुलिस ने शुरू की जांच

बीते गुरुवार को पनमंगलोर में एक हिंदू कार्यकर्ता राजेश पुजारी की मौत का मामला सामने आया था। जिसके बाद अब पुलिस ने इस घटना को लेकर जांच शुरू कर दी है। वहीं राजेश सक्रिय रूप से कई हिंदुत्व गतिविधियों में भी शामिल थे।

दक्षिण कन्नड़ (कर्नाटक), एजेंसी। कर्नाटक पुलिस ने दक्षिण कन्नड़ जिले के बंटवाल कस्बे के पास पनमंगलोर में एक हिंदू कार्यकर्ता की संदिग्ध मौत के मामले की जांच शुरू कर दी है। 38 वर्षीय राजेश पुजारी का शव (death case of Rajesh Poojari) गुरुवार को नेत्रावती नदी से बरामद किया गया था।

राजेश सक्रिय रूप से हिंदुत्व गतिविधियों में शामिल थे और उन्होंने प्रकंद गोरक्षा प्रमुख (Prakand Goraksha Pramukh) के रूप में भी काम किया था। लोगों ने नदी पुल के पास उनकी बाइक देखी और पुलिस को मामले की सूचना दी थी। हिंदू कार्यकर्ता राजेश पर उनके साथ बहुत सक्रिय रूप से शामिल होने के कारण बदले की भावना के चलते उनकी हत्या होने का संदेह जता रहे हैं।विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के सह संयोजक शरण पंपवेल ने घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। राजेश सजीपा का रहने वाला था और उसकी संदिग्ध मौत से सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है।

पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्होंने लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस प्रारंभिक जांच के निष्कर्षों के बारे में चुप्पी साधे हुए है क्योंकि मामले के बारे में किसी भी तरह की जानकारी देने से जिला और तटीय क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है।

इससे पहले, भाजपा युवा मोर्चा के सदस्य प्रवीण कुमार नेतारे की पिछले साल इसी क्षेत्र में बदमाशों के एक गिरोह ने हत्या कर दी थी, जो एक राष्ट्रीय समाचार बन गया था। जांच से पता चला कि हिजाब को लेकर चल रहे विवाद के चलते उन्हें निशाना बनाया गया था। जांच से यह भी पता चला कि यह हमला मुस्लिम युवक मसूद की हत्या का बदला था।

हालांकि, जांच से पता चला कि मसूद की हत्या एक रोड रेज मामले में की गई थी। प्रवीण की हत्या के अगले ही दिन, एक गिरोह ने स्थानीय युवक फाजिल की हत्या कर दी। हत्यारों ने पुलिस के सामने कबूल किया कि प्रवीण की हत्या का बदला लेने के लिए उसकी हत्या की गई।