गोवा पुलिस को नहीं मिली फ्लाइट में बदतमीजी की कोई शिकायत, गो फर्स्ट ने दो विदेशी यात्रियों पर लगाया था आरोप

 


गोवा पुलिस को नहीं मिली फ्लाइट में बदतमीजी की कोई शिकायत

विमानन कंपनी गो फर्स्ट ने गोवा से मुंबई की फ्लाइट में दो विदेशी यात्रियों द्वारा क्रू मेंबर्स के साथ कथिततौर पर बदतमीजी करने का आरोप लगाया। हालांकि उत्तरी गोवा पुलिस ने दावा किया कि उन्हें फ्लाइट में बदतमीजी की कोई शिकायत नहीं मिली है।

पणजी, एएनआई। गो फर्स्ट की फ्लाइट में दो विदेशी यात्रियों की बदतमीजी की कोई भी शिकायत गोवा पुलिस या फिर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को नहीं मिली है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। दरअसल, विमानन कंपनी गो फर्स्ट के प्रवक्ता ने दावा किया था कि दो विदेशी यात्रियों ने क्रू मेंबर्स के साथ बदतमीजी की।

क्या है पूरा मामला ?

पायलट-इन-कमांड ने 6 जनवरी को गोवा से मुंबई जा रहे दो विदेशी यात्रियों को फ्लाइट से नीचे उतार दिया। विदेशी यात्रियों पर क्रू मेंबर्स के साथ कथिततौर पर बदतमीजी करने का आरोप है। विमानन कंपनी के प्रवक्ता ने बताया था कि उड़ान सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने पर दो विदेशियों को 6 जनवरी को जी8-372 गोवा-मुंबई की फ्लाइट से उतार दिया गया था। दोनों यात्रियों ने क्रू मेंबर्स पर भद्दी टिप्पणियां कीं और साथी यात्रियों को भी परेशान किया। जिसके बाद पायलट-इन-कमांड ने दोनों विदेशियों को फ्लाइट से उतारने का निर्णय लिया।

क्या DGCA को दी गई सूचना ?

विमानन कंपनी के प्रवक्ता ने बताया था कि पायलट-इन-कमांड ने बदतमीजी करने वाले दोनों विदेशी यात्रियों को तुरंत उतारने का फैसला किया और उन्हें एयरपोर्ट सुरक्षा को सौंप दिया गया। डीजीसीए को आगे की कार्रवाई के लिए मामले की सूचना दे दी गई है।

पुलिस को नहीं मिली कोई शिकायत

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उत्तरी गोवा एसपी निधि वलसन ने बताया कि हमें इस संबंध में ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। हालांकि, खबर सामने आने के बाद हमने एयरपोर्ट के सुरक्षा अधिकारियों से संपर्क किया। लेकिन उन्होंने कहा कि गोवा के मोपा में मनोहर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर किसी से भी ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। हमने वरिष्ठ से भी बात की। सीआईएसएफ के अधिकारियों ने भी इस प्रकार की किसी घटना से इनकार किया है। इस संबंध में न तो हमें कोई शिकायत मिली है और न ही कोई सूचना मिली है।

विमान के केबिन में हथकड़ी रखने की सिफारिश

पेशाब कांड के बाद डीजीसीए ने एडवाइजरी जारी करते हुए हुड़दंगी यात्रियों को नियंत्रित करने के लिए विमान के अंदर अवरोधक उपकरणों को रखने की सिफारिश की थी। डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि विमान के अंदर अनियंत्रित यात्रियों को रोकने के लिए हथकड़ी का प्रयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि यात्रियों के साथ सभी प्रकार की सुलह के उपाय समाप्त होने पर निरोधक उपकरणों का प्रयोग किया जा सकता है।