इंफाल में 43 उग्रवादियों ने सीएम बीरेन सिंह के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। साथ ही इन उग्रवादियों ने अपने हथियार भी सौंप दिए हैं। इस पर सीएम ने उनका हौसला बढ़ाते हुए एक ट्वीट भी किया है।
इंफाल, पीटीआई। विभिन्न उग्रवादी समूहों के 43 कार्यकर्ताओं ने शनिवार को आत्मसमर्पण कर दिया है। इन सभी उग्रवादियों ने मणिपुर के राज्य के गृह विभाग द्वारा आयोजित एक ''घर वापसी समारोह'' के दौरान मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के सामने आत्मसमर्पण किया। इन उग्रवादियों ने सीएम के सामने 19 हथियार, 17 हथगोले, 5 हैंडहेल्ड सेट, 1 केनवुड सेट, 9 पीईके, 5 आईईडी और 209 गोला-बारूद रख दिए।
कई समूहों से जुड़े थे उग्रवादी
आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों में घाटी में बसे कांगलीपाक यावोल कनबा लुप (केवाईकेएल) के 13, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के 5, कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (पीपुल्स वॉर ग्रुप) के 11, यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) के 5, केसीपी (एन) के 5 , PREPAK (PRO) से 2 और पहाड़ी NSCN (U) से 1 उग्रवादी शामिल है।
मणिपुर के सीएम ने इन उग्रवादियों का एक सामान्य जीवन में स्वागत किया। साथ ही उन्होंने एक ट्वीट शेयर करते हुए कहा, "मैं आपके द्वारा अनुभव की गई कठिनाई और अशांति को समझता हूं। 19 हथियार, 17 हथगोले, 5 हैंडहेल्ड सेट, 1 केनवुड सेट, 9 पीईके, 5 आईईडी और 209 गोला-बारूद भी सरेंडर कर दिए गए। माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन में एक प्रगतिशील मणिपुर के निर्माण के लिए हमारे काम में और अधिक उग्रवादियों को शामिल होते देख खुशी हो रही है।"
उग्रवादी समूहों से हो रही बातचीत
एन बीरेन सिंह ने कहा, "हमें एकजुट होकर एक दूसरे का सहयोग और एक दूसरे के साथ संवाद करना चाहिए।" साथ ही उन्होंने विद्रोहियों से आग्रह करते हुए कहा कि आप लोग सामने आओ ताकि मणिपुर और भारत को एकजुट और मजबूत बनाया जा सके।" सीएम बीरेन सिंह ने कहा, "जेलियानग्रोंग यूनाइटेड फ्रंट (जेडयूएफ) के साथ बातचीत शुरू हो गई है और ऑपरेशन को समाप्त करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं और एक निगरानी समिति गठित किया गया है। साथ ही उन्होंने कहा, "घाटी स्थित एक समूह के साथ भी बड़ी बातचीत भी शुरू की गई है।" मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य से अफीम और अवैध मादक पदार्थों के पूर्ण उन्मूलन के लिए कई कदम उठाए गए हैं।