धर्मवीर' नहीं 'स्वराज्य रक्षक' बताया, बोले- 'अपराध है तो दर्ज करो केस'

 

अजित पवार ने छत्रपति संभाजी महाराज को '

Maharashtra Ajit Pawar remarks about Sambhaji Maharaj

Maharashtra News अजित पवार ने कहा कि भाजपा सत्ता में हैं। यदि आपको कोई विश्वासघात मिलता है तो केस दर्ज करें। पवार ने छत्रपति संभाजी महाराज को धर्मवीर नहीं बल्कि स्वराज्य रक्षक बताया था। मामले को लेकर सियासत जारी है।

पुणे, एजेंसी। Ajit Pawar Remark about Chhatrapati Sambhaji Maharaj: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर 17वीं सदी के मराठा शासक छत्रपति संभाजी महाराज (Chhatrapati Sambhaji Maharaj) के बारे में उनकी टिप्पणी ''द्रोह'' या विश्वासघात है तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।

करना पड़ रहा है आलोचना का सामना

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार को आलोचना का सामना करना पड़ रहा हौ। अजित पवार ने कहा था कि छत्रपति संभाजी महाराज 'धर्मवीर' नहीं बल्कि 'स्वराज्य रक्षक' हैं। 'धर्मवीर' (धार्मिक योद्धा) ) जैसा कि कुछ दक्षिणपंथी हिंदू समूहों की तरफ से कहा जाता है।

मैंने क्या अपराध किया है'

अजित पवार ने कहा कि उन्होंने इस बात पर जोर नहीं दिया कि हर कोई उनकी राय से सहमत हो। पवार ने सवालिया लहजे में ये भी कहा कि, "मैंने क्या अपराध किया है कि वो माफी की मांग रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा कि राज्यपाल (भगत सिंह कोश्यारी), सत्तारूढ़ दल (भाजपा) के मंत्रियों और विधायकों द्वारा शिवाजी महाराज के बारे में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बारे में कोई बात नहीं कर रहा है। इस बीच, पवार के बारामती छात्रावास पहुंचने पर एनसीपी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। कई ने अपनी मोटरसाइकिलों पर स्टिकर लगा रखे थे जो संभाजी महाराज को 'स्वराज्य-रक्षक' के रूप में बता रहे थे।

1681 से 1689 तक किया शासन

मराठा राज्य के दूसरे छत्रपति संभाजी महाराज ने 1681 से 1689 तक शासन किया था। उन्हें मुगल शासक औरंगजेब के आदेश पर पकड़कर मार दिया गया था।