जामिया में ट्राइबल डिपार्टमेंट स्थापित करने की तैयारी, राष्ट्रपति मुर्मू से मांगी मदद

 


जामिया विश्वविद्यालय में ट्राइबल डिपार्टमेंट स्थापित करने के लिए राष्ट्रपति मांगी गई मदद

Jamia Millia Islamia University जामिया विश्वविद्यालय में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कुलपति नजमा अख्तर ने ट्राइबल डिपार्टमेंट स्थापित करने के लिए मदद मांगी है। इसके अलावा कुलपति से विश्वविद्यालय में ट्राइबल छात्रों के लिए एक छात्रावास की स्थापना की मांग की।

नई दिल्ली, पीटीआई। जामिया मिलिया इस्लामिया ने विश्वविद्यालय में ट्राइबल स्टडीज डिपार्टमेंट स्थापित करने में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सहायता मांगी है। विश्वविद्यालय की कुलपति नजमा अख्तर ने गुरुवार को मुर्मू से मुलाकात के दौरान कहा कि यूनिवर्सिटी ट्राइबल स्टडीज और डेवलपमेंट डिपार्टमेंट स्थापित करना चाहता है।

छात्रावास स्थापित करने की मांग

कुलपति  नजमा अख्तर ने आगे कहा कि विश्वविद्यालय में जनजातीय छात्रों के लिए छात्रावास स्थापित करना चाहती हैं। जामिया के शैक्षणिक पाठ्यक्रमों की मांग को देखते हुए कुलपति अख्तर ने इस डिपार्टमेंट की स्थापना के लिए राष्ट्रपति से अनुमति भी मांगी।

कुलपति की राष्ट्रपति से पहली मुलाकात

जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की कुलपति अख्तर की राष्ट्रपति से यह पहली मुलाकात थी। अख्तर ने मुर्मू को विश्वविद्यालय के आगामी दीक्षांत समारोह में भी आमंत्रित किया। कुलपति ने राष्ट्रपति को यह भी बताया कि जामिया को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा 2021 में (5 साल की अवधि के लिए) A++ मान्यता प्रदान की गई थी। 

रैंकिग में जामिया विश्वविद्यालय का सुधार

खास बात है कि यह शिक्षा मंत्रालय के राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के अनुसार देश के शीर्ष तीन विश्वविद्यालयों में से एक है। जामिया ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग, टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) जैसी प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में भी महत्वपूर्ण सुधार किया है। 

नर्सिंग कॉलेज की स्थापना के लिए मांगी अनुमति

अख्तर ने यह भी जिक्र किया कि फैकल्टी सदस्यों को विजिटर्स अवार्ड सहित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा मिल रही है। एक अधिकारी ने कहा कि कुलपपति ने जामिया विश्वविद्यालय में एक आधुनिक भारतीय भाषा विभाग, एक नर्सिंग कॉलेज और वैकल्पिक चिकित्सा संकाय की स्थापना के लिए राष्ट्रपति से अनुमति मांगी।

अकादमिक कार्यक्रमों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए कुलपति अख्तर ने मुर्मू से विश्वविद्यालय में अतिरिक्त शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों के लिए भी अनुरोध किया। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय को पूरी उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में उसे कुलपति का मार्गदर्शन और अमूल्य सहयोग मिलेगा।