भारत में कहां है Diamond Crossing? जहां एक ही जगह चार दिशाओं से आती हैं ट्रेनें

 

भारत में एक ही जगह पर एक नहीं, दो नहीं बल्कि चारों दिशाओं से ट्रेन आती हैं।

भारत में एक ऐसी जगह भी है जहां एक ही जगह पर एक नहीं दो नहीं बल्कि चारों दिशाओं से ट्रेन आती हैं। बता दें कि इस जगहों पर ट्रेनों का संचालन इस प्रकार किया जाता है कि ये आपस में बिना टकराए सुरक्षित नकिल जाए।

नई दिल्ली,  भारतीय रेल में सफर के दौरान आपने कई बार एक पटरी से दूसरी पटरी को जुड़ते हुए देखा होगा। आपने शायद यह भी देखा होगा कि एक पटरी दूसरी पटरी को क्रॅास करते गुजर जाए। गौरतलब है कि भारत में एक ऐसी जगह भी है जहां एक ही जगह पर एक नहीं, दो नहीं बल्कि चारों दिशाओं से ट्रेन आती हैं। बता दें कि इस जगहों पर ट्रेनों का संचालन इस प्रकार किया जाता है कि ये आपस में बिना टकराए सुरक्षित नकिल जाए। इसके लिए हर एक ट्रेन का अलग-अलग समय निर्धारित किया जाता है। आइए जानते हैं कि भारतीय रेलवे की इस अनोखी रेलवे क्रॅासिंग के बारे में जानते हैं।

जानिए आखिर क्या है डायमंड क्रॉसिंग

बता दें कि रेलवे की इस अनोखी क्रॉसिंग को डायमंड क्रॉसिंग कहा जाता है। क्योंकि, यहां चारों दिशाओं से ट्रेनें आती हैं। ऐसे में यहां एक ही जगह पर चार पटरियां क्रॉस हो रही हैं, जिस वजह से यहां पर डायमंड का आकार बनता है, इसलिए इस क्रॉसिंग का नाम डायमंड क्रॉसिंग पड़ गया है। यहां एक ही जगह खड़े होकर रेलवे के चार ट्रैक दिखाई देते हैं।

नागपुर में है डायमंड क्रॉसिंग

गौरतलब है भारत में डायमंड क्रासिंग सिर्फ एक ही जगह पर है। वो जगह महाराष्ट्र का नागपुर है। नागपुर में संप्रिती नगर स्थित मोहन नगर डायमंड क्रासिंग मौजूद है। वैसे तो यह 24 घंटे खुली रहती है, लेकिन यहां अधिक देर रूकने नहीं दिया जाता है। क्योंकि, यहां आसपास का हिस्सा रेलवे का अंदर आता है। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से ट्रैक के पास खड़े नहीं हो सकते हैं। हालांकि, देश के विभिन्न हिस्सों से सैलानी यहां डायमंड क्रॉसिंग को देखने के लिए पहुंचते हैं

कहां-कहां से आती हैं ट्रेनें

चार दिशाओं से आ रहे ट्रैक पर अलग-अलग ट्रेनों के रूट तय हैं। यहां पूर्व दिशा में गोंदिया से एक ट्रेक आता है, जो कि हावड़ा-राउकेला-रायपुर लाइन है। एक ट्रैक दक्षिण भारत से आता है और एक ट्रैक दिल्ली से आता है, जो कि उत्तर दिशा से आ रहा है। इसी जगह पर पश्चिमी मुंबई से भी एक ट्रैक आकर मिल रहा है। ऐसे में यहां एक ही जगह पर चार दिशाओं से ट्रैक आकर मिलते हैं। हालांकि, एक ही समय पर दो ट्रेनों का क्रॉस करना संभव नहीं है। इसलिए क्रॉसिंग पर ट्रेनों के गुजरने का समय अलग-अलग है।