नवरात्र की तैयारियां शुरू, बाजारों में सज गई पूजन सामग्री की दुकानें

 

बाजार में मास्क पहने श्रद्धालु मां दुर्गा की मूर्तियों की खरीदारी करने पहुंच रहे हैं।

नवरात्र से पूर्व यमुनापार के बाजारों में पूजन सामग्री खरीदने के लिए श्रद्धालु दुकानों पर पहुंचने लगे हैं। बाजार में मास्क पहने श्रद्धालु मां दुर्गा की मूर्तियों की खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। इसके अलावा नारियल चुनरी सिंदूर धूपबत्ती दीया चूडियां माला आदि की खरीदारी भी कर रहे हैं।

पूर्वी दिल्ली, संवाददाता। नवरात्र से पूर्व यमुनापार के बाजारों में पूजन सामग्री खरीदने के लिए श्रद्धालु दुकानों पर पहुंचने लगे हैं। बाजार में मास्क पहने श्रद्धालु मां दुर्गा की मूर्तियों की खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। इसके अलावा नारियल, चुनरी, सिंदूर, धूपबत्ती, दीया, चूडियां, माला आदि की खरीदारी भी कर रहे हैं।

रविवार को शाहदरा स्थित छोटा बाजार में श्रद्धालु आस्था के साथ पूजन सामग्री की खरीदारी करने पहुंचे। महिलाएं माता की पूजा के लिए नारियल व चुनरी खरीदती नजर आई। विभिन्न रंगों व डिजाइन की चुनरी और लहंगे दुकानों पर उपलब्ध हैं। मंगलवार को उपवास रखने के लिए फलाहार व सूखी मेवा से लेकर रामदाना, साबूदाना, सिंघाड़ा व कुट्टू के आटे की खरीदारी भी की जा रही है। कृष्णा नगर, लक्ष्मी नगर, भजनपुरा, गीता कालोनी आदि बाजारों में लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं।

इस बार मंदिर न जाकर घर पर ही आरती करेंगे। पूरे नवरात्र घर पर ही प्रसाद बनाकर माता को भोग लगाएंगे। कोरोना के खतरे को देखते हुए इस बार सभी को बाहर जाने से बचना चाहिए।-ममता जैन, शिवाजी पार्कघर के मंदिर को फूलों और माता की चुनरी से सजाऊंगी। कोरोना के चलते इस बार घर पर रहकर ही नवरात्र की पूजा करेंगे। माता से प्रार्थना करेंगे कि कोरोना संक्रमण को जल्द खत्म कर दें।

-निशा त्यागी, आइपी एक्सटेंशन सह विकास अपार्टमेंट

आनलाइन दर्शन कराने की व्यवस्था
नवरात्र को लेकर मंदिरों में भी तैयारी पूरी हो गई है। मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मास्क की अनिवार्यता के साथ शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए आनलाइन दर्शन की व्यवस्था भी की गई है।

यमुना विहार सी-आठ स्थित शिव शक्ति मंदिर के पंडित कौशल कुमार पांडेय ने बताया कि कोरोना को देखते हुए इस बार मंदिर में सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को सिर्फ दर्शन के लिए प्रवेश मिलेगा। फेसबुक व यूट्यूब के माध्यम से भक्त देवी मां के दर्शन व आरती में आनलाइन शामिल ही सकेंगे।