उत्‍तराखंड के इस जिले में भी हैं बाबा बर्फानी, इस बार छह फीट से अधिक ऊंचा है बर्फ का शिवलिंग

 

चमोली जिले में टिम्मरसैंण महादेव मंदिर में बर्फ का शिवलिंग। साभार धर्मेंद्र सिंह पाल, ग्राम प्रधान बाम्पा

देवभूमि उत्तराखंड के चमोली जिले में भी बाबा बर्फानी हैं। जिले की नीती घाटी में टिम्मरसैंण नामक पहाड़ी पर टिम्मरसैंण महादेव मंदिर मंदिर है। अमरनाथ की तरह ही प्रत्येक वर्ष यहां बर्फ का एक शिवलिंग आकार लेता है।

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर (चमोली)। चीन सीमा से लगे उत्तराखंड के चमोली जनपद के नीती गांव स्थित टिम्मरसैंण महादेव मंदिर में बर्फ के शिवलिंग ने पूर्ण आकार ले लिया है। जिसके बाद यहां श्रद्धालुओं की आवाजाही भी शुरू हो गई है।

बर्फ का एक शिवलिंग यहां लेता है आकार

उत्‍तराखंड के चमोली जनपद के टिम्मरसैंण महादेव मंदिर में एक मुख्य शिवलिंग है, जबकि अमरनाथ की तरह ही प्रत्येक वर्ष बर्फ का एक शिवलिंग यहां आकार लेता है। इस बार जो बर्फ का शिवलिंग प्रकट हुआ है वह छह फीट से अधिक ऊंचा है।

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बर्फ के शिवलिंग की पूजा अर्चना की

शुक्रवार को दिल्ली के पांच श्रद्धालुओं के साथ ही स्थानीय निवासियों के पहले जत्थे ने यहां पहुंचकर बर्फ के शिवलिंग की पूजा अर्चना की। स्थानीय निवासी व बाम्पा के पूर्व प्रधान धर्मेंद्र सिंह पाल ने बताया कि इस समय टिम्मरसैंण की यात्रा के लिए बेहतर मौसम है।

जोशीमठ से 80 किमी की दूरी पर स्थित है मंदिर

उन्‍होंने कहा कि श्रद्धालु यहां पहाड़ि‍यों पर जमी बर्फ का आनंद भी ले सकते हैं। नीती गांव का टिम्मरसैंण महादेव मंदिर जोशीमठ से 80 किमी की दूरी पर स्थित है।

मंदिर तक एक किमी का पैदल रास्‍ता

नीती गांव तक सड़क व यहां से एक किमी पैदल चलकर इस मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। मंदिर सालभर भक्तों के लिए खुला रहता है। यह जगह रहस्यमयी मानी जाती है। मंदिर के निकट ही पवित्र दूध गंगा भी बहती है।

बबूक उडियार में बनता है शिवलिंग

जो बर्फ का शिवलिंग दिखाई देता है, उसे स्थानीय लोग बबूक उडियार के नाम से पुकारते हैं। पहले इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को ही थी। अब इसके दर्शन को श्रद्धालु पहुंचते हैं।

भारत-तिब्बत सीमा पर स्‍थित है नीती गांव

उत्‍तराखंड के चमोली जनपद के जोशीमठ क्षेत्र के नीती घाटी में नीती गांव स्थित है। भारत-तिब्बत सीमा पर नीती आखिरी गांव है। नीती गांव दक्षिणी तिब्बती सीमा के पास स्थित है।